मात्र भौगोलिक इकाई नहीं हैं नदियां

नदियों का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रहा है | भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता नदियों के किनारे पुष्पित पल्लवित हुई हैं | हमारे वेद-पुराण नदियों की महत्ता पर प्रकाश डालते हैं जबकि धार्मिक अनुष्ठानों के लिए नदी तट को अत्यन्त शुभ बताते हैं | भारतीय सभ्यता के विकास की साक्षी नदियाँ, भारतीय ऋषियों के तप की भी साक्षी रही हैं | नदियों का हमारे सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान है | नदियाँ हमारे लिए मात्र भौगोलिक इकाई नहीं हैं अपितु सृष्टि के सृजन एवं संचालन दोनों में ही नदियों की महती भूमिका परिलक्षित होती है | नदियाँ मात्र जल-स्रोत नहीं है, यह समग्र में एक पारिस्थितकीय तंत्र भी है जिसमें अनेकों जलचर निवास करते हैं | प्राचीन काल से ही नदियाँ भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में भी सहभागी रही हैं | परन्तु विगत कुछ वर्षों से नदियों के मुक्त-प्रवाह के साथ ही इनके जल की गुणवत्ता में नकारात्मक बदलाव देखने को मिला है | नदियों को ‘माँ’ कहकर पूजने वाले भारत में नदियों की दयनीय स्थिति भविष्य के लिए सुखद सन्देश नहीं हैं | ऐतिहासिक महत्त्व वाली अनेक नदियों का ‘नाले’ में परिवर्...