हिंदुस्तान के प्रहरी
देश के असली हीरो का, आईये हम सम्मान करें |
शहीद हुए हैं शूरवीर, शहादत पर अभिमान करें ||
कर्तव्य मार्ग पर चलके, प्राण आहुति दे गये वो |
हम भी तो कम से कम, नीजि स्वार्थ बलिदान करें ||
हिंदुस्तान के प्रहरी हैं वो , भारत माँ के सब बेटे हैं |
शान तिरंगा की रख, माँ भारती की गोद में लेटे हैं ||
अखंड भारत के सपने संग, सरहद पर जो डटे हुए |
आपस में लड़कर हम सब, कम उनका न मान करें ||
कर लेगा मनमानी अपनी, ड्रेगन की औकात नहीं |
जब तक हिन्द के रक्षक हैं, डरने की कोई बात नहीं ||
राजनीति से ऊपर उठिये, यह साथ चलने की बेला है |
चक्रव्यूह में फंसा अभिमन्यू, फिर से आज अकेला है ||
दुश्मन का दम्भ तोडने, जो बैठे हैं दुश्मन की छाती पर |
वीर रणबाकुरों का मिलकर, हमसब ही गुणगान करें ||
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