किसानी में का बा ?
खेत बा खलिहान बा, टूटल मकान बा
बरखा बुन्नी होत नईखे, रूठल आसमान बा
ज़ेब में कड़की छाईल बा, दू सौ अरमान बा
किसानी में का…..
आठ घंटा लाइट बा, यूरिया क भाव टाइट बा
असवों भाव गिरल बा, मंडी में स्ट्राइक
बा
दू जून के जुगाड़ में, रोज ही पंचाइत बा
किसानी में का….
डीजल क भाव बढ़ल बा, अमीन दुआरे अड़ल बा
कुछऊ बुझात नईखे, कईगो नेवता पड़ल बा
रात के नींद आवत नईखे, दुआरे गल्ला पड़ल बा
किसानी में का….
पप्पुआ क फीस देवे के बा, मलकिन के
साड़ी लेवे के बा
माई क आपरेशन बा, केहू से कर्जा लेवे
के बा
नून तेल लकड़ी खातिर, जीवन क नैया खेवे
के बा
किसानी में का…
खाता में पैसा आईल बा, लेखपाल क साइन
लेवे के बा
धान क बीया भेवे के बा, खेत में पानी
देवे के बा
स्टोर में आलू रखाइल बा, बुचिया क शादी
जोहे के बा
किसानी में का….
नेता क
आश्वासन बा, आँख मुदले प्रशासन बा
घोषणा पत्र क
हिस्सा बा, किसानन खातिर भाषण बा
हजार गो जंजाल
बा, सूद-खोरन क मकड़जाल बा
किसानी में
का…..
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें