रूकती नहीं है ज़िन्दगी
रूकती नहीं है
ज़िन्दगी, राहों के रूक जाने से |
कारवां बिछड़
जाने से, शमां के बुझ जाने से ||
आती नहीं है
रौशनी, कभी अरमां जलाने से |
सूखता नहीं
समन्दर, नदियों के सूख जाने से ||
हो जाये रात
अगर, समन्दर से कभी गहरी |
होगी फिर सुबह
नई, उजाले के आने से ||
जीवन के धूप-छाँव
में, दिखते हैं रोज रंग नये |
कट जाते मुश्किल सफ़र, कुछ क़दम बढ़ाने से ||
रोका है किसने
आपको, ग़म में मुस्कुराने से |
ख़्वाबों को
बुनने से, मन्जिल को पाने से ||
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