तेरे बिन
हर ख्वाब अधूरे लगते हैं , हर रात अधूरी लगती है।
जिन साँसों में तुम बँसते हो, वो साँस अधूरी लगती है।
हर दिन ग्रहण का होता है , हर रात अमावस होती है।
तेरे यादों की गलियों में , मेरी आँखें जमकर रोती हैं।
सावन पतझड़ लगता है , हर मौसम उखड़ा लगता है
फूलों से ख़ुश्बू आती नहीं , हर उपवन उजड़ा लगता है
eternal romantic sir.
जवाब देंहटाएंit is necessary to keep that child who loves now and then alive inside of oneself.
बोहोत ही उम्दा महोदेय
thanks.. read another one on media
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