संदेश

सितंबर, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

विचार

चित्र
  विचारों से होता सृजन, विचारों में पलता प्रलय | विचार ही हानि कराते, विचारों से ही होता संचय || विचार ही हैं मन के साथी, रहते सदैव साथ हमारे | विचारों के गर्भ से ही, निकलते हमारे हर निर्णय || ये रूक गये तो हार तय, विचारों से मिलती विजय | क्रोध की अग्नि में, बन जाते हैं विचार अंगारे | पल भर में ही राख भी, कर जाते हैं रिश्ते सारे || युद्ध की पृष्ठभूमि यही, शान्ति की हैं जन्मभूमि | नवनीत से हैं मुलायम, कठोर हैं ये जैसे हिमालय || ये रूक गये तो हार तय......... काल से हैं मुक्त कराते, विचार ही हैं अमर कराते | रहते अमर दिलों में ये, यही दिलों पर राज कराते || अनंत अजर व अविनाशी, बनाते जन को सहभागी | विचार जिनके नेक हों, सम्मान मिलता है निश्चय | ये रूक गये तो हार तय......... घोर अन्धकार दिखाते, रश्मिरथियों सा सैर कराते | बनकर पथ प्रदर्शक ये, जीवन मूल्यों से भेंट कराते || आत्ममंथन और चिंतन, चाहे हों हमारे जीवन दर्शन | विचार केन्द्रित होकर मन, होता है ‘दीप’ जब चलय || ये रूक गये तो हार तय.........

कर्म पथ

चित्र
गहरे समंदर में उतरना होगा, सूर्य सा निरंतर चलना होगा | परिश्रम की आग में तपकर, स्वर्ण सा तुझे निखरना होगा || जीवन के तमाम झंझावातों से, हँसकर तुझे गुजरना होगा | आयेंगी चुनौतियां पथ पर, चुनौतियों से तुझे लड़ना होगा || हार और जीत के बीच दूरी को, मेहनत से तय करना होगा | लड़खड़ा जाये कदम अगर, मजबूती से सम्भलना होगा || रूक गया तो हार तय है, कर्म पथ पर मिलती विजय है || असंभव सब संभव होगा, भागीरथ प्रयास बस करना होगा ||

संसद में महिला आरक्षण से बदलेगी तस्वीर

चित्र
विगत 27 वर्षों से लम्बित महिला आरक्षण सम्बंधित विधेयक को लोकसभा में पेश करके सरकार ने इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा दिया है | नए संसद भवन में सर्वप्रथम पेश किये जाने वाले इस विधेयक से भारतीय राजनीति की न सिर्फ तस्वीर बदलने की उम्मीद है अपितु अधिनियम का रूप लेते ही यह विधेयक देश की सामाजिक, आर्थिक, एवं राजनैतिक नीतियों पर भी असर डालेगा | एक तरफ जहाँ ‘नीति निर्माण प्रक्रिया’ में महिला हिस्सेदारी बढ़ेगी वहीँ दूसरी तरफ इससे महिला वर्ग का प्रतिनिधित्व होने के साथ ही महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका भी सुनिश्चित की जा सकेगी | वैसे तो सरकार द्वारा महिला आरक्षण सम्बंधित विधेयक ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पेश करने के साथ ही महिलाओं के लिए संसद के उच्च सदनों एवं विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण का रास्ता साफ दिख रहा है, परन्तु पूर्व के अनुभवों से यह राह इतनी आसान नहीं होने वाली है | अभी तक समाजवादी पार्टी एवं राष्ट्रीय जनता दल जैसे विभिन्न दलों के नेता कोटा के अन्दर कोटा की माँग कर महिला आरक्षण का रास्ता रोकते रहे हैं, ऐसे में इन दलों के नेता इस बार क्या करते हैं, यक्ष प्रश्न है | वर्तमान लोकसभा म...

चलो हिन्दी दिवस मनाते हैं (व्यंग्य)

चित्र
  कुछ दिन पहले एक कवि सम्मलेन में जाने का मौका मिला । इस सम्मलेन का आयोजन हिंदी की रोजी रोटी खाने वाली एक बड़ी संस्था ने किया था । हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस कवि सम्मलेन में कई मूर्धन्य कवि पधार रहे थे। इन मूर्धन्य कवियों के बीच मेरा कद इतना बड़ा ही था जितना किसी हिंदी-भाषी क्षेत्र से आये छात्र का अंग्रेजी माध्यम से पढाई करने वाले छात्रों के बीच होता है । अंग्रेजियत के माहौल में पले बढ़े इन महानुभावों के बीच   बैठकर   मेरा वही हाल हो रहा था जैसाकि किसी निगमीय कार्यालय में साक्षात्कार के लिए बैठे हिन्दीभाषी प्रतिभागी का होता है । बराबर की कुर्सी पर मुझ जैसे निरीह प्राणी को देखकर एक सज्जन से नहीं रहा गया , परिणाम स्वरुप उनके शब्द बाण का मुझे शिकार होना पड़ा । मसलन आप कहाँ से हैं ? आपको   पहले   कभी   नहीं   देखा  , क्या आप हिंदी में कवितायेँ ... ? इत्यादि प्रश्न सुनकर मै दंग रह गया। भारत जैसे देश में जहाँ हिन्दी दिवस मनाया जाता है , ऐसे सरस्वती पुत्र का योगदान गाथा सुनकर ऐसा लग रहा था कि महोदय को अभी अभी भारतेंदु पुरस्कार से नवाजा गया हो । ...

चलो आज फिर

चलो आज फिर हम मुस्कुराते हैं | कुछ सुनते हैं और कुछ सुनाते हैं || वक्त ने जमा दिया है धूल जिनपे | रिश्तों पर पड़ी धूल हम मिटाते हैं || बीते दिनों दिल ये रोया बहुत है | खोकर तुझे इसने खोया बहुत है || देखे थे ख्वाब जो संग कभी हम | नज़रों में आज उन्हें हम संजाते हैं || कड़वी यादें जो बन गयीं हैं ज़हर | उन यादों को आज हम मिटाते हैं | इससे पहले मिटा लें वजूद अपना | नफरतों की चिता हम जलाते हैं ||

तकनीकी ने बदला शिक्षक की भूमिका

चित्र
  वर्तमान समय में तकनीकी ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को प्रभावित किया है, शिक्षा का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है | तकनीकी विस्तार ने शिक्षण पद्धति से लेकर, कक्षा के वातावरण को प्रभावित करने के साथ ही शिक्षक की भूमिका को भी बदलने का कार्य किया है | आधुनिक ज्ञान के अथाह समुद्र के रूप में ‘गूगल’ की चकाचौंध करने वाली दुनिया हो या फिर ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ का मायाजाल, शिक्षक नामक संस्था को लगातार प्रभावित कर रहे हैं | इंटरनेट और स्मार्टफोन की उपलब्धता ने विद्यार्थियों को पलक झपकते ही इच्छित ‘अंतर्वस्तु’ तक पहुँचने का विकल्प देकर शिक्षण के पुरातन मानकों को बदलने का कार्य किया है | आधुनिक तकनीकी ने एक तरफ जहाँ ऑनलाइन शिक्षा का मार्ग प्रशस्त किया है, वहीं देश-विदेश के किसी कोने में रहकर किसी संस्थान से शिक्षा ग्रहण करने का अनगिनत विकल्प भी उपलब्ध कराया है | समय सापेक्ष हुए तकनीकी बदलाव ने शैक्षणिक संस्थानों के लिए आधुनिक परिवेश को गढ़ने का कार्य किया है जिसमें शिक्षक की भूमिका बिल्कुल अलग नज़र आती है | वैश्विक पटल पर तेजी से अपनी पहचान बना रहा भारत आज आर्थिक क्षेत्र में निरन्तर नई ऊँचाई ...