कर्म पथ


गहरे समंदर में उतरना होगा, सूर्य सा निरंतर चलना होगा |

परिश्रम की आग में तपकर, स्वर्ण सा तुझे निखरना होगा ||

जीवन के तमाम झंझावातों से, हँसकर तुझे गुजरना होगा |

आयेंगी चुनौतियां पथ पर, चुनौतियों से तुझे लड़ना होगा ||

हार और जीत के बीच दूरी को, मेहनत से तय करना होगा |

लड़खड़ा जाये कदम अगर, मजबूती से सम्भलना होगा ||

रूक गया तो हार तय है, कर्म पथ पर मिलती विजय है ||

असंभव सब संभव होगा, भागीरथ प्रयास बस करना होगा ||


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