कर्म पथ
गहरे समंदर में उतरना होगा, सूर्य सा निरंतर चलना होगा |
परिश्रम की आग में तपकर, स्वर्ण सा तुझे निखरना होगा ||
जीवन के तमाम झंझावातों से, हँसकर तुझे गुजरना होगा |
आयेंगी चुनौतियां पथ पर, चुनौतियों से तुझे लड़ना होगा ||
हार और जीत के बीच दूरी को, मेहनत से तय करना होगा |
लड़खड़ा जाये कदम अगर, मजबूती से सम्भलना होगा ||
रूक गया तो हार तय है, कर्म पथ पर मिलती विजय है ||
असंभव सब संभव होगा, भागीरथ प्रयास बस करना होगा ||
Very nice poem sir...
जवाब देंहटाएंInspiring sir
जवाब देंहटाएंLoved it sir😍❤
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