ख्वाहिश
उनकी गलियों में जाना बहुत हुआ,
बिसरी यादों से याराना बहुत हुआ |
आँखों ने ढूँढा उन्हें हर बार बहुत,
पलकों से अश्क गिराना बहुत हुआ ||
न जाने होंगे वो किस हाल में अब,
उनसे बिछड़े हुए जमाना बहुत हुआ |
बढ़ जाती हैं धड़कनें उन्हें याद कर,
यादों का किस्सा पुराना बहुत हुआ ||
मेरी रूह में अब भी वजूद है उनका,
यह सोचकर मुस्कुराना बहुत हुआ |
लौट आयें 'दीप' वो मेरी ज़िंदगी में,
रूठ कर मुझसे यूँ जाना बहुत हुआ ||
🥰🥰🥰😍😍😍
जवाब देंहटाएंये वादा है के मरके भी उन्हें हम याद रखेंगे
जवाब देंहटाएंये गुलशन उनकी यादों का सदा आबाद रखेंगे. ......